स्पीकर ने 19 विधायकों को जारी किया नोटिस; शुक्रवार को छह, शनिवार को सात और बाकी विधायकों को रविवार को बुलाया

 प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने गुरुवार को इस्तीफा देने वाले विधायकों को नोटिस जारी कर उन्हें 2 दिन में उपस्थित होने को कहा है। नोटिस में कहा गया है- विधायकों को स्वयं अध्यक्ष के सामने उपस्थित होना होगा। हम यह जानना चाहते हैं कि विधायकों ने स्वयं इस्तीफा दिया है या किसी के दबाव में आकर दिया है। विधानसभा स्पीकर ने छह विधायकों को शुक्रवार, 7 विधायकों को शनिवार और बाकी बचे 9 विधायकों रविवार को उपस्थित होने को कहा है। 


वहीं, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात और विधायक बिसाहूलाल सिंह, ऐंदल सिंह कंषाना और मनोज चौधरी शामिल हैं। भूपेंद्र सिंह ने स्पीकर से विधायकों का इस्तीफा मंजूर करने का अनुरोध किया है। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा- राज्य की कमलनाथ सरकार फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं, लेकिन जब तक विधायकों के इस्तीफों पर फैसला नहीं होगा, फ्लोर टेस्ट कैसे होगा।


प्रजापति बोले- काल्पनिक सवाल मत पूछिए


पत्रकारों ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से पूछा- सरकार अल्पमत में है, ऐसे में अभिभाषण नहीं कराया जा सकता है और फ्लोर टेस्ट कराना होगा। इस पर प्रजापति ने कहा- काल्पनिक सवाल मत पूछिए। उन्होंने कहा- "मैंने बुधवार को 6 और आज 13 विधायकों को नोटिस जारी किया गया है। नियम प्रक्रियाओं के तहत अध्यक्ष बंधा हुआ है, उन नियमों में जो होता है वह मैं कर रहा हूं।"


कमलनाथ सरकार ने बहुमत खो दिया है: शिवराज
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- राज्य की कमलनाथ सरकार ने बहुमत खो दिया है। भोपाल में पत्रकारों से चर्चा में शिवराज ने कहा कि "मैं शुरू से ही कह रहा हूं कि भाजपा का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है। लेकिन, सच्चाई यह है कि सरकार ने बहुमत खो दिया है। ऐसी सरकार कैसे विधानसभा में राज्यपाल का अभिभाषण करवा सकती है और कैसे सत्र बुला सकती है?"